हम खबरें सिर्फ सुनाते नहीं — उनकी सच्चाई को परखते भी हैं।
ZemNews.com पर हमारा सबसे बड़ा वादा है:
जो छपे, वह सही हो।
आज जब झूठी खबरें और भ्रम फैलाने वाली सूचनाएं सोशल मीडिया से लेकर मैसेज ऐप तक तैर रही हैं — तब हमारी ज़िम्मेदारी और भी बढ़ जाती है।
इसलिए हमने एक स्पष्ट और पारदर्शी फैक्ट-चेकिंग नीति तैयार की है, ताकि आप निश्चिंत रहें कि जो आप पढ़ रहे हैं, वो सही, प्रमाणित और भरोसेमंद है।
🧭 हम सच की तलाश कैसे करते हैं?
1. 📚 स्रोतों की पुष्टि
- हम खबर छापने से पहले उसके मूल स्रोत की जांच करते हैं — चाहे वो सरकारी दस्तावेज़ हों, अदालत के फैसले, प्रेस रिलीज़, या ज़मीनी रिपोर्ट।
- हम जानकारी को दो या अधिक विश्वसनीय स्रोतों से क्रॉस-चेक करते हैं।
2. 🧑💻 फैक्ट-चेकिंग टीम की भूमिका
- हमारी टीम किसी संदिग्ध दावे या वायरल जानकारी पर तुरंत काम शुरू करती है।
- हम हर दावे के पीछे के तथ्यों, संदर्भ और उसके प्रभाव को बारीकी से जांचते हैं।
3. 🔁 अपडेट और सुधार
- अगर कोई पहले से प्रकाशित खबर में त्रुटि पाई जाती है, तो हम उसे स्पष्ट रूप से अपडेट करते हैं, और सुधार की तारीख ज़रूर लिखते हैं।
- आप हमारी वेबसाइट पर मौजूद Correction Policy भी पढ़ सकते हैं।
4. ⚖️ निष्पक्षता और बिना पूर्वाग्रह के जांच
- हमारी जांच प्रक्रिया पूरी तरह गैर-पक्षपाती होती है।
- हम न तो राजनीतिक विचारधारा से प्रेरित होते हैं, और न ही किसी बाहरी दबाव से।
📢 आप भी हमारे साथ फैक्ट चेक करें
अगर आपको हमारी किसी खबर, लेख या वायरल हो रही जानकारी में कोई गलती या भ्रम लगता है, तो आप हमें तुरंत लिख सकते हैं:
📧 Email: contact@zemnews.com
Subject: “Fact Check Request – [दावे का संक्षेप]”
कृपया अपनी रिपोर्ट में शामिल करें:
- संदिग्ध दावे या लिंक
- आपके पास मौजूद स्रोत या स्क्रीनशॉट (अगर कोई हो)
- कोई भी संदर्भ जो आप देना चाहें
हम हर रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हैं और यदि ज़रूरी हो तो उसे सार्वजनिक रूप से अपडेट या खंडन करते हैं।
🌱 हमारा लक्ष्य
ZemNews.com पर हम सिर्फ तेज़ नहीं, सही खबर देने में यकीन रखते हैं।
हमारी यह नीति सिर्फ औपचारिकता नहीं, बल्कि हमारे न्यूज़ रूम का असली DNA है।